शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी ने एक बहुत ही अलग और विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है की उद्धव ठाकरे जी सच्चे सनातनी है और उनके साथ विश्वासघात हुआ है। यह विश्वासघात और किसी ने नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी ने किया है। शंकराचार्य का यह बयान आना देश की राजनीति और विशेषकर देश भर में चल रही हिन्दू की राजनीति को एक नई दिशा दे सकता है। शंकराचार्य का यह बयान उद्धव के समर्थन में आया है मतलब उनका मत बीजेपी से अलग है और इससे यह साफ़ होता दिखाई दे रहा है की हिन्दू और उनके धर्म गुरु सिर्फ बीजेपी तक ही सीमित नहीं है।
क्या कहा शंकराचार्य ने?
शंकराचार्य उद्धव ठाकरे के आवास पर उनसे मिलने गए थे जिसके बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बयान दिया और कहा, ” हम सब लोग सनातन धर्म के पालन करने वाले लोग है। हमारे यहां पुण्य-पाप की भावना बताई गई है। सबसे बड़ा पाप गौ ह्त्या बताई गई है लेकिन उससे भी बड़ा पाप विश्वासघात का बताया गया है। आपके जो उद्धव ठाकरे जी है, इनके साथ विश्वासघात हुआ है और इसी बात की पीड़ा बहुत सारे लोगों के मन में है। इसीलिए आज उद्धव ठाकरे के अनुरोध पर हम यहां आये है। उन्होंने हमारा स्वागत किया। हमने उनसे कहा है की हम सब के मन में इस बात की पीड़ा है की आपके साथ विश्वासघात हुआ। जब तक आप (उद्धव ठाकरे) पुनः महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की गद्दी पर विराजमान नहीं हो जाते है तब तक यह पीड़ा मुक्त नहीं हो सकती है।”
जब पत्रकारों ने शंकराचार्य जी से पूछा की बीजेपी कहती है की उनके साथ विश्वाघात हुआ है इस पर आप क्या कहते है? इस बात को लेकर शंकराचार्य कहते है, ” देखिये उनका (बीजेपी) हिंदुत्व असली है तो ये जानना पडेगा की जो विश्वासघात करे वो हिन्दू नहीं हो सकता। जो विश्वासघात सह ले वह तो हिन्दू होगा क्योंकि उसके साथ विश्वासघात हुआ है। तो जिन लोगों ने विश्वासघात किया वह कैसे हिन्दू हो सकते है।”
शंकराचार्य ने ये भी कहा की उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र की जनता चाहती है और इस बात का अनादर करके बीजेपी के द्वारा सरकार भंग कर देना महाराष्ट्र की जनता के साथ भी धोखा है। हालिया लोकसभा चुनाव में जनता ने ये साफ़ भी कर दिया है की जनता किसे चाहती है। गौरतलब है की शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी अक्सर राजनीति से संबंधित राजनेताओं की बातों और उनके कार्यों पर टिप्पणी करते रहते है। हालिया संसद में राहुल गांधी के द्वारा भगवान् शंकर की फोटो दिखाए जाने के बाद भी उन्होंने राहुल गांधी को चुनौती दी थी की अगर तुम सच्चे हिन्दू हो तो गौ ह्त्या पर प्रतिबन्ध लगवाओ।
बीते दिनों अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के विवाह समारोह में भी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी शामिल हुए थे। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी से भी इनकी मुलाक़ात हुई और आशीर्वाद के रूप में उन्होंने अपने गले से माला निकाल कर उन्हें पहनाई। उस मौके पर तो बस संयोग से एक मुलाक़ात हो गई थी लेकिन शंकराचार्य जी का बयान सरकार को लेकर जिस तरह का होता है उससे तो यही लगता है की पीएम मोदी और उनकी पार्टी बीजेपी के कार्यों द्वारा शंकराचार्य संतुष्ट नहीं है। मार्च के महीने में राम मंदिर के उदघाटन को लेकर भी शंकराचार्य ने मौजूदा सरकार के कार्यक्रमों को अधूरा और गलत बताया था।