चुनाव में नेताओं को जीत दिलाने वाले, चुनाव की नीतियों का चाणक्य माने जाने वाले प्रशांत किशोर बिहार में अपनीं पार्टी जन सुराज को स्थापित करने में लगे हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी ने ये दावा किया है की राष्ट्रीय जनता दल जो बिहार की एक प्रमुख और बड़ी पार्टी मानी जाती है वह जन सुराज से डर रही है और अपने दल के नेताओं को ही धमकी दे रही है। इस बाबत सोशल मीडिया X पर पोस्ट करते हुए जन सुराज ने राष्ट्रीय जनता दल के द्वारा जारी किये हुए पत्र को भी दिखाया है।
क्या है पत्र में?
उस पत्र में लिखा है की राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता/नेता आये दिन जन सुराज की सदस्यता ले रहे हैं जो की चिंता का विषय है। विदित हो की जन सुराज पार्टी एक राजनितिक पार्टी है और इसके संस्थापक प्रशांत किशोर उर्फ़ प्रशांत किशोर पांडेय जी हैं। यह पार्टी भारतीय जनता पार्टी की ‘बी’ टीम है और देश के धर्मावलम्बी लोगों के द्वारा संचालित है। पत्र में आगे राष्ट्रीय जनता दल ने अपने कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया है की वह इन लोगों के बहकावे में ना आएं और राष्ट्रीय जनता दल को कमज़ोर बनाकर भारतीय जनता पार्टी को फायदा उठाने का मौक़ा न दे। यह पत्र 6 जुलाई 2024 का है जिसके लेटर हेड पर राष्ट्रीय जनता दल के वीरचंद पटेल पथ, पटना का पता लिखा है। इस पत्र पर जगदानंद सिंह का हस्ताक्षर भी है जो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
मोदी और नीतीश को पहले जीताया था चुनाव
प्रशांत किशोर नेता बनने से पहले एक चुनावी रणनीतिकार के रूप में जाने जाते थे। गौरतलब है की 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इलेक्शन कैंपेन में इन्ही ने रणनीति बनाई थी। उसका नतीजा हम देख सकते हैं की मोदी न सिर्फ भारत के बल्कि अब एक ग्लोबल लीडर के रूप में भी जाने जाते हैं। इसके अलावा प्रशांत किशोर ने 2015 में लालू-नीतीश के गठबंधन को भी चुनाव जीतने में मदद की थी। इस गठबंधन को चुनाव जीतने में प्रशांत किशोर का अहम् रोल रहा था।
जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर ने बिहार के लोगों से जुड़ने के लिए पदयात्रा भी आरम्भ की थी। उन्होंने 483 दिन में 2642 गाँव का दौरा किया था। हालांकि लोकसभा चुनाव से पीके ने भले ही किनारा कर लिया हो लेकिन 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर वह बहुत आश्वस्त हैं और दावा करते हैं की इस बार जन सुराज पार्टी सरकार बनाएगी।