श्रीनगर : बड़े व्यापारी और बीजेपी से विधायक देवेंदर राणा ने अपनी आखरी सांस दिल्ली में ली। उनके परिवार के करीबी सूत्रों से ये जानकारी प्राप्त हुई है जिसमे ऐसा बताया जा रहा है की दिल्ली में इलाज के दौरान उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
नगरोटा से बीजेपी के विधायक देवेंदर राणा न सिर्फ एक बड़े व्यापारी थे बल्कि एक लोकप्रिय नेता भी थे और ऐसा उनके चुनावी जीत के दौरान प्राप्त नतीजों से पता चलता है। आज तक इतने बड़े अंतर से कोई भी प्रत्याशी ने चुनाव नहीं जीता था। आने वाले दिनों में उन्हें बड़ी ज़िम्मेदारी दिए जाने की आशा की जा रही थी लेकिन उससे पहले ही इस दुखद घटना ने उनके परिजनों और करीबियों को गमगीन कर दिया। 2014 के विधानसभा चुनाव में वह सबसे रईस प्रत्याशियों में से एक थे।
राणा जमकश वेहिक्लेड्स के मालिक होने के साथ-साथ एक प्रेरणा देने वाले व्यापारी थे। ऐसा उनके व्यापार करने के तौर तरीकों और उसके नतीजों से पता चलता है। जम्मू-कश्मीर जैसे प्रदेश में अकेले दम पर कार का व्यापार करना और उसे अच्छे तरीके से संभालते हुए प्रदेश के सबसे बड़े कार विक्रेता बनना अपने आप में ये दिखाता है की वह मेहनती होने के साथ-साथ हुनरमंद भी थे। उन्होंने जम्मू में टेकवन टीवी की भी स्थापना की, जो अपने कश्मीर चैप्टर के विपरीत, अभी भी चल रहा है।
जम्मू-कश्मीर जैसे प्रदेश में बीजेपी नेता होने के नाते उस व्यक्ति का असमय चले जाना बीजेपी के लिए भी दुखदायी साबित हो सकता है। पीएम मोदी स्वयं ऐसे नेताओं को अत्यधिक पसंद करते हैं जो समाज में अपने दम पर एक मुकाम स्थापित करता है। ऐसे में पीएम मोदी के लिए भी यह खबर अफ़सोस जनक हो सकती है।
चाहे राजनीति हो या व्यापार, दोनों क्षेत्रों में ऊंचाई तक पहुँचते हुए बेहतर प्रदर्शन दिखाना उनकी काबिलियत को दिखाता है। इस तरह के व्यक्तित्व का असमय चले जाना उनके परिवार जनो के साथ-साथ समाज को भी दुखी कर देता है। ऐसा बताया जाता है की देवेंदर राणा की तबियत लम्बे समय से खराब चल रही थी। वहीं पिछले 6 महीने के अंदर बड़ी ही तेज़ी से उनका वज़न भी गिरने लगा था। जिसको लेकर वह इलाज के प्रक्रिया से भी गुज़र रहे थे।