हाल ही में दशहरा त्यौहार को देश भर में हर्षोलास के साथ संपन्न किया गया वहीं उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा माता की मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में एक युवक जिसका नाम रामगोपाल मिश्रा बताया जा रहा है, की मौत हो गई। दरअसल मामला कुछ ऐसा बताया जा रहा है की दुर्गा माता विसर्जन की शोभा यात्रा मुसलमान समुदाय बहुल इलाके से निकल रही थी जिसके बाद दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर तनाव बढ़ गया और तनाव इतना बढ़ गया की गोलीबारी भी होने लगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस व्यक्ति की मृत्यु हुई है उसका नाम रामगोपाल बताया जा रहा है और उसकी उम्र 22 साल बताई जा रही है। ऐसी जानकारी मिली है की रामगोपाल को उस भीड़ में से पकड़ कर कुछ कट्टरपंथी मुस्लिम समुदाय के लोग एक घर के अंदर ले जाते हैं और उसके बाद उसकी नृशंस ह्त्या कर दी जाती है।
ऐसा बताया जा रहा है की रामगोपाल को 15 गोलियां मारी गई हैं और साथ ही एक गोली उसकी गर्दन में भी मारी गई है। उसके अलावा उसके हाथ-पैरों के नाख़ून भी नोचे गए हैं। इस तरह की वीभत्स और नृशंस ह्त्या होने के उपरांत हिन्दू समुदाय के लोग रामगोपाल के साथ हुई हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर देते हैं और इसके साथ ही पूरा बहराइच जलने लगता है। रामगोपाल का शव सड़क पर रखकर हिन्दू पक्ष के लोगों ने खूब बवाल काटा और इसके साथ आगजनी भी की। ऐसी जानकारी मिल रही है की पब्लिक प्रॉपर्टी को भी नुक्सान पहुंचाया गया है। वहीं पुलिस इस मामले में लोगों को शांत करने में लगी है।
इंटरनेट हुआ सस्पेंड
उग्र हिंसा को बढ़ते देख और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगड़ते देखकर उस इलाके में भारी पुलिस फाॅर्स को तैनात किया गया है। इसके साथ ही उस इलाके में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। इस घटना के बाद बढ़ती हिंसा को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की।
सीएम योगी ने दंगाइयों से निपटने के सख्त आदेश दिए हैं। इसके साथ ही आरोपितों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा की माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
डीजे बजाने को लेकर हुआ विवाद
बहराइच के महाराजगंज कस्बे से निकली शोभायात्रा मुस्लिम समुदाय के मोहल्ले से होकर गुजर रही थी और ऐसा आरोप है की डीजे बजाने को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई। इसी बीच मुस्लिम पक्ष की तरफ से कुछ लोगों ने छतों से पत्थर फेंकना शुरू कर दिया और जब इसका विरोध होने लगा तो फायरिंग कर दी गई। कथित तौर पर वहीं फायरिंग के दौरान रामगोपाल मिश्रा नामक युवक को गोली लग गई। हालांकि गोली लगने को लेकर अलग-अलग बातें सामने आ रही हैं। कुछ लोगों का कहना है की उसे घर में ले जाकर गोली मारी गयी वहीं मीडिया का कहना है की कहासुनी के दौरान हुई फायरिंग में रामगोपाल को गोली लग गई।
रामगोपाल की मौत की खबर मिलते ही पुरे इलाके में हड़कंप सा मच गया और उसके बाद लोगों ने अपना गुस्सा ज़ाहिर करना शुरू कर दिया। आगजनी और विरोध प्रदर्शन होते देख पुलिस ने भी लाठीचार्ज कर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की। जिसके बाद पुरे इलाके में पुलिस फाॅर्स को तैनात कर दिया गया। ज़िले के उच्च अधिकारी खुद इस मामले को सँभालने के लिए फील्ड पर मोर्चा संभालते दिखाई दे रहे हैं।
10 लोगों पर हुआ मुकद्दमा
रामगोपाल मिश्रा की मौत की पुष्टि के बाद बढ़ती हिंसा को देखते हुए पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज किया है। जिसमे से अब्दुल हामिद, सरफ़राज़, फहीम, साहिर खान, ननकऊ और मॉर्फ अली को नामजद किया गया है, वहीं 4 अन्य अभियुक्त अज्ञात के रूप में चिन्हित किये गए हैं। इस मामले में पुलिस ने अब तक 30 लोगों को हिरासत में लिया है।
अखिलेश यादव ने क्या कहा?
उत्तर प्रदेश के बहराइच में बढ़ती साम्प्रदायिक हिंसा को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था बनाये रखने की अपील की है। अखिलेश ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा की जिस समय विसर्जन जुलुस निकल रहा था उस समय पुलिस को इस बात का ध्यान रखना चाहिए था की उस रूट पर सुरक्षा है या नहीं? लाउडस्पीकर पर क्या बजाया जा रहा था? प्रशासन की चूक की वजह से ये घटना घटित हुई है। यह घटना दुखद है और सरकार को न्याय करना चाहिए।