मंडी से नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनौत का बयान चर्चा में है जिसमे वो कहती हुई दिखाई दे रही हैं की अगर उनसे किसी को मिलना है तो ‘आधार कार्ड’ लेकर आयें। उनके इस बयान के बाद से कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाये हैं। कांग्रेस का कहना है की चुने हुए प्रतिनिधि के लिए जनता के प्रति ऐसा व्यवहार ठीक नहीं है। कंगना के इस बयान के बाद बवाल मचता दिखाई दे रहा है।
कंगना ने ‘आधार कार्ड’ लाने क्यों कहा?
मंडी से सांसद कंगना ने अपने यहां आने वाले लोगों से आग्रह किया है की जो भी उनसे मिलना चाहता हो वह आधार कार्ड लेकर आये। इसके पीछे का कारण उन्होंने यह दिया है की हिमाचल एक पर्यटन वाली जगह है और ऐसे में वहाँ देश भर से बहुत सारे लोग आते हैं। इसके लिए उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है की अगर आप मंडी क्षेत्र का आधार कार्ड लेकर और साथ में संसदीय क्षेत्र से जुड़ा जो आपका काम है वह लिख कर देंगे तो लोगों को असुविधा नहीं होगी और उनका काम भी हो जाएगा। हालांकि उन्होंने लोगों से खुल कर कहा की अगर आप मिलना चाहते हैं तो आप मेरे कुल्लू मनाली वाले घर पर भी आ सकते हैं या मंडी सदर वाले कार्यालय में भी आ सकते हैं। कंगना ने कहा की उनका यही लक्ष्य है की जनता वहाँ आकर उनसे जुड़े। ना सिर्फ संसदीय कार्य के लिए आयें बल्कि जो जन सेवा की इच्छा रखते हो वह भी उनसे मिलने आ सकते हैं।
कंगना ने केंद्रीय योजनाओं से संबधित कार्यों पर बल देते हुए भी कहा की यदि आपको कोई आवास नहीं मिला हो या जल योजना से संबंधित कोई कार्य हो, आयुष्मान योजना से संबंधित काम हो तो बेझिझक उनसे आकर मिल सकते हैं। उन्होंने मीडिया के माध्यम से लोगों से यह भी अपील की, अगर जनता का कोई ऐसा मुद्दा हो जो वह चाहते हों की उसे संसद में उठाया जाए या फिर कोई ऐसी निति के विषय में सुझाव देना हो तो इस बारे में भी वह उनसे संपर्क कर सकता है।
गौरतलब है की कंगना रनौत के साथ हाल ही में चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर एक हादसा हो गया था जिसमे एक CISF कांस्टेबल के द्वारा उन्हें थप्पड़ जड़ दिया गया था, जिसके बाद से वह चर्चा में थी। कांस्टेबल कुलविंदर कौर ने चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना को थप्पड़ मारा था और इसके जवाब में उसने बताया की किसान आंदोलन के समय कुलविंदर की मां भी शामिल थी। कंगना रनौत ने उन किसानों को ‘खालिस्तानी’ बताया था और यही कारण है की कुलविंदर कौर ने कंगना को थप्पड़ जड़ दिया था। जिसके बाद उसे ससपेंड कर दिया गया।
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