बर्मा (म्यांमार) के बौद्ध साधू के रूप में विश्व भर में जाने वाले आशिन विराथु ने एक बड़ा और सनसनीखेज़ दावा किया है। उन्होंने कहा है की उनके सदस्यों के द्वारा भारत के अंदर अब तक 17 मस्जिदें गिराई जा चुकी हैं। हालांकि अपने सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने यह कहा की उन्होंने बस 2 मस्जिदें गिराने की बात कही थी लेकिन अब तक कुल 17 मस्जिदें गिरवाई जा चुकी हैं। इसके साथ उन्होंने अपने पोस्ट में ये भी लिखा है की भारत का क़ानून ये करने से उन्हें रोक सकता है इसलिए वह ज़्यादा जानकारी साझा नहीं करेंगे।
बर्मा (म्यांमार) के राष्ट्रवादी बौद्ध साधू के रूप में आशिन विराथु को जाना जाता है। रोहिंग्या मुस्लिमों के ऊपर हुए हमले को लेकर भी इन्होने अपने देश का बचाव करते हुए मीडिया में बयान दिया था और रातों रात ये पूरी दुनिया में मशहूर हो गए थे। गौरतलब है की म्यांमार में बौद्धों और मुस्लिमों के बीच साम्प्रदायिक झड़प 28 मई 2013 के बाद से शुरू हुई। गौरतलब है की म्यांमार के रखाइन प्रांत में एक महिला के साथ हुए बलात्कार और ह्त्या की घटना के बाद से रोहिंग्या मुस्लिमों के ऊपर हमले शुरू हो गए थे। उसके बाद से करीब 1 लाख से ज़्यादा मुसलमान वहाँ से अपनी जान बचाने को लेकर परिवार सहित पलायन कर गए और वो पलायन का सिलसिला आज तक ऐसे ही जारी है। आस-पास के देशो में उन रोहिंग्या मुसलमानो ने शरण लेनी शुरू कर दी और ऐसा हमारे देश भारत में भी देखने को मिला।
आशिन विराथु एक कट्टर राष्ट्रवादी साधू होने के साथ-साथ राजनितिक रूप से भी सक्रीय रहते हैं। वह अक्सर अपने विचार सोशल मीडिया के ज़रिये साझा करते हैं। उनके बयान में अक्सर मुसलमान समुदाय के लोगों को टारगेट किया जाता है। वह भारत को भी इस संबंध में हिदायत देते दिखाई दिए हैं। उन्होंने भारत को लेकर अप्रत्यक्ष रूप से एक पोस्ट किया जिसमे कहा की बिना राष्ट्रवाद के लोकतंत्र देश को गुलामी और बर्बादी की ओर ले जाता है। क्योंकि इस तरह के लोकतंत्र में देश-विरोधी लोग भी शासन करते हैं। लोकतंत्र, राष्ट्रवाद के अंदर होना चाहिए ताकि केवल देश के वफादार ही देश की सत्ता पर काबिज़ हो सके।
म्यांमार से भागने के बाद रोहिंग्या मुस्लिम असैंवैधानिक तरीके से भारत में प्रवेश करते दिखाई दे रहे हैं। देश के लगभग हर एक राज्यों में गैरकानूनी तरीके से आये रोहिंग्या मिल रहे हैं। ऐसी कई खबरें आपने भी देखी होंगी जिसमे रोहिंग्या मुस्लिमों को लेकर कई राजनेता उनके समर्थन में खड़े होते दिखाई दे रहे हैं।