लंबे समय से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। आज तक इस युद्ध को लेकर कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। दूसरी तरफ पुतिन भी अपनी स्थिति पर अड़े हैं वहीं यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं। ऐसी स्थिति में इन दो देशों के बीच चल रहे युद्ध को शांति वार्ता में बदलना विश्व के शीर्ष नेताओं के लिए भी कठिन है। इसी बीच रूस के राष्ट्रपति का साउथ कोरिया को लेकर ऐसा बयान आता है जिससे ये साबित होता है की वह सीधे तौर पर यूक्रेन की मदद करने वालों को भी टारगेट कर रहे हैं।
रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को हथियार देने को लेकर सीधे-सीधे साउथ कोरिया को चुनौती दे डाली है। पुतिन ने कहा है की अगर रूस से युद्ध में साउथ कोरिया यूक्रेन को हथियार की मदद देता है तो ये उसकी बड़ी गलती में से एक होगी। दरअसल ये पूरा मामला तब शुरू हुआ जब रूस के राष्ट्रपति पुतिन नार्थ कोरिया की यात्रा पर गए। पूरा विश्व नार्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच के विवाद से परिचित है। ऐसे में रूस के राष्ट्रपति का नार्थ कोरिया जाना और वहाँ जाकर आर्थिक और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के बदले रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच आवश्यक हथियारों को लेकर डील करना साउथ कोरिया को भारी पड़ गया।
साउथ कोरिया ने रूस और नार्थ कोरिया के बीच हुए इस समझौते को लेकर बयान देते हुए कहा है की यह उनके राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर ख़तरा हैं। इसी के बाद साउथ कोरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार चांग हो-जिन ने ये बयान दिया है की यूक्रेन को हथियार सम्बन्धी सहायता के लिए पुनः विचार किया जाएगा। साउथ कोरिया ने पहले भी युद्ध के दौरान यूक्रेन को मानवीय सहायता दी थी। इसी बयान के बाद से रूस के राष्ट्रपति ने साउथ कोरिया को चेतावनी देते हुए कहा है की अगर साउथ कोरिया यूक्रेन को रूस के खिलाफ युद्ध में हथियार देता है तो यह उसकी बड़ी गलती में से एक होगी।
पुतिन ने कहा ख़त्म कर देंगे युद्ध अगर…..
रूस के राष्ट्रपति ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर एक डिमांड करते हुए कहा था की अगर यूक्रेन नाटो में शामिल होने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को छोड़ने को तैयार हो और मॉस्को द्वारा दावा किए गए सभी चार प्रांतों को रूस को सौंपने पर सहमत हो तो यह युद्ध खत्म हो सकता है।
इस बयान के बाद यूक्रेन की तरफ से कहा गया की वह यूक्रेन को हार स्वीकारने के लिए कह रहे हैं। यूक्रेन को अपने क्षेत्रों को कानूनी तौर पर रूस के लिए छोड़ देने की पेशकश कर रहे हैं। वह यूक्रेन को अपनी भूराजनीतिक संप्रभुता पर हस्ताक्षर करने की पेशकश कर रहे हैं। इस बयान के बाद यह साबित हो गया की रूस और यूक्रेन का युद्ध अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुँच सकता। इसी बीच साउथ कोरिया और नार्थ कोरिया के बीच में रूस का प्रवेश साउथ कोरिया को रास नहीं आने वाला है।